माँ

भगवान एक बच्चे से कहता है,
जिसे अगलेदिन पैदा होना है.
बच्चे कल तुम्हे हमेशा के लिए’
धरती परजाना है.बच्चा रोने लगता है
ओर पूछता है कि मैने वहा लोगो से कैसे बात करूँगा ?.
भगवान – मैने पहले ही धरती पर एक परी भेज दी हैजो तुम्हे सिखाएगी.
बच्चा – मैं वहा जाकर तुम्हारी पूजा कैसेकरूँगा ?.
भगवान – वो परी तुम्हे ये सब सीखा देगी.
बच्चा – मैं अच्छे काम ओर अच्छे भाषा कैसेसीखूंगा ?.
भगवान – इसमे भी वो परी ही तुम्हारी सहयताकरेगी.
बच्चा- अगर वहा मैं बीमार हो गया तो क्याहोगा ?.
भगवान – वो परी तुम्हारी देखभाल करेगी ,
तुम जो कह भी नही पाओगे वो समझ लेगी.
बच्चा – मैं उस परी को वहा ढूंढूंगा कैसे ?.
भगवान – बहुत आसान है , उस परी को वहा सब“माँ” कहते है:
न अपनों से खुलता है, न ही गैरों से खुलता है.
ये जन्नत का दरवाज़ा है,मेरे माता पिता के पैरो से खुलता है.!!..