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आपको जैसा की पहले ही पता होगा की चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, साहित्य और शांति के साथ-साथ अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए दुनिया के सर्वोच्च सम्मान नोबेल पुरस्कार दिए जाते हैं,
#1. इस पुरस्कार की शुरुआत स्वीडन के एल्फ्रेड नोबेल के नाम पर 1895 में की गई थी. उन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया था.
#2. चार ऐसे लोग भी हैं जिन्हें दो बार नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. अमेरिका के जॉन बारडेन को दो बार भौतिकी के लिए पुरस्कार मिला. पहली बार 1956 में ट्रांजिस्टर के आविष्कार के लिए और दूसरी बार 1972 में सुपरकंडक्टिविटी थ्योरी के लिए. केमिस्ट्री में दो बार पुरस्कार मिला ब्रिटेन के फ्रेडेरिक सैंगर को. पहली बार 1958 में इंसुलिन की संरचना को समझने के लिए और दूसरी बार 1980 में.
#3. मैरी क्यूरी एकमात्र महिला हैं जिन्हें दो बार नोबेल पुरस्कार मिला, 1903 में रेडियोएक्टिविटी समझने के लिए फिजिक्स में और 1911 में पोलोनियम व रेडियम की खोज करने के लिए केमिस्ट्री में मिला.
#4. सबसे ज्यादा नोबेल पुरस्कार पाने वाले देशों में अमेरिका पहले नंबर पर है. दूसरे स्थान पर है जर्मनी. इसके बाद ब्रिटेन और फ्रांस का नंबर आता है.
#5. 2014 में नोबेल पाने वाली मलाला युसूफजई इस पुरस्कार की अब तक की सबसे युवा विजेता हैं.
#6. महात्मा गांधी को आज तक नोबेल पुरस्कार नहीं मिला. उन्हें यह पुरस्कार न दिया जाना नोबेल पुरस्कारों के इतिहास सबसे बड़ी भूल मानी जाती है. हालांकि महात्मा गांधी 5 बार इस पुरस्कार के लिए नामित किए जा चुके हैं.
#7. केवल जीवित लोगों को ही नोबेल पुरस्कार दिया जा सकता है. लेकिन तीन व्यक्ति ऐसे हैं जिन्हें मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया. सबसे पहले 1931 में एरिक एक्सल कार्लफेल्ट को साहित्य के लिए और फिर तीस साल बाद 1961 में डाग हामरशोल्ड को शांति पुरस्कार दिया गया. इन दोनों की मौत नामांकन और पुरस्कार दिए जाने के बीच हुई. तीसरी बार 1974 में फिर एेसा हुआ तो उसके बाद से नियम ही बदल दिया गया था.
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