teri maya ka na paya koi paar
ज्योति पुंज एक, गगन से, चला, धरा की ओर,छाया था यहॉँ, पाप का, अंधकार घणकोर lऋषि मुनि, जप तप कर जिन्हे, थके पुकार पुकार,दुष्ट दमन को, ले रहे, व्ही, विष्णु…
ज्योति पुंज एक, गगन से, चला, धरा की ओर,छाया था यहॉँ, पाप का, अंधकार घणकोर lऋषि मुनि, जप तप कर जिन्हे, थके पुकार पुकार,दुष्ट दमन को, ले रहे, व्ही, विष्णु…
'बृज सूना सूना, लागे रे, गोपाल के बिना' ll*गोपाल के बिना, नन्दलाल के बिना llबृज सूना ll सूना, लागे रे,,,,,,,,,,,,,,,, शीकण पर, चढ़ चढ़ करके, माखन कौन चुराए रे,कदम की…
श्याम अपने दर पे बुला लो हमें मन्दिर में वसो,दिन रेन तेरे दाता बिन रेन तेरे दाता,ओ मेरे दाता दर्शन तेरा ही करूहमे अपनी शरण लेलो तेरे मंदिर में रहू…
आन वसो नंदलाल, मेरे सूने मंदिर में ll छाया जिस में, घोर अँधेरा lतुम आओ तो, होवे उजियारा lतुम बिन, है सुनसान, मेरे सुने मंदिर में,,,आन वसो नंदलाल,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, घण्टे और,…
दुनियाँ से दिल लगाकर, दुनियाँ से क्या मिलेगा llबाबा का नाम जप ले, तुझे आसरा मिलेगा lदुनियाँ से दिल लगाकर,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, जिसको तूँ समझें अपना, वोह तो है झूठा सपना lतेरा…